शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा |
शत्रुबुद्धि-विनाशाय दीपज्योती नमोऽस्तुते |
दिव्या दिव्या दिपोत्कार कानीं कुंडलें मोतीहार |
दिव्यला देखून नमस्कार || १ ||
Above shloka is popular Marathi Evening Time Shloka to be chant while lighting a Diya before Tulsi.
The first line denotes आरोग्यं धनसंपदा
Our Life needs Good Health, which is like a Wealth
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन । मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि ॥
कर्म करना तो तुम्हारा अधिकार है, लेकिन उसके फल पर कभी नहीं| कर्म को फल की इच्छा से कभी मत करो, तथा तेरा कर्म ना करने में भी कोई आसक्ति न हो|
it denotes that you have to work on yourself without expecting the results, it also shows that you must follow the Good routine to Gain good in your life, and it can be a Healthy Lifestyle.
No comments:
Post a Comment